जब शायराना अंदाज में मुख्तार अंसारी ने किया था सीएम योगी को चैलेंज, ‘तूफान कर रहा था मेरे अज्म का तवाफ’
माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार 28 मार्च को दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। बांदा जेल में बंद मुख्तार की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें मेडिकल कॉलेज लाया गया था. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में एहतियात के तौर पर धारा 144 लागू कर दी गई है.
एक समय उत्तर प्रदेश के माफिया मुख्तार अंसारी से इस कदर खौफ खाते थे कि सरकार भी उन्हें लेकर चुप रहती थी और किसी को उनका काफिला रोकने की हिम्मत नहीं होती थी. वह खुली जीप चलाता है और जब चाहे गोली मार देता है।
जब मुख्तार अंसारी ने सीएम योगी को किया चैलेंज
वह इतना बेखौफ था कि एक बार उसने अदालत में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ को खुला चैलेंज दे दिया था. उसने प्रयागराज की सेशन कोर्ट में कहा, “तूफान कर रहा था मेरे अज्म का तवाफ, दुनिया समझ रही थी कश्ती भंवर में है.” यह घटना उस समय की है, जब पुलिस उसे कोर्ट में पेशी के लिए लाई थी.
अफजाल अंसारी ने जताई की हत्या की आशंका
इससे पहले बांदा जेल में बंद मुख्तार की तबियत खराब होने पर उनके भाई अफजाल अंसारी ने उनकी हत्या की आशंका जताई थी. अफजाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि कई साल से मुख्तार को मारने की साजिश रची जा रही है. एक बार गाजीपुर में ही बम बनाते समय विस्फोट हो गया, जिसमें एक मौत भी हो गई थी. दिल्ली पुलिस ने मामले में एक अपराधी को पकड़ा था जिसने कबूल किया था कि उसे मुख्तार की हत्या के लिए पांच करोड़ रुपये दिए गए थे.
मुख्तार ने कोर्ट से लगाई थी गुहार
इसके अलावा मुख्तार खुद भी कोर्ट से जान का खतरा बताते हुए कई बार सुरक्षा की गुहार भी लगा चुका था. मुख्तार ने कहा था कि जेल में उसे खाने में जहर देकर मारने की कोशिश की जा रही है. जहर की वजह से उसकी हालत काफी गंभीर है. मुख्तार अंसारी ने अपने वकील रणधीर सिंह सुमन के जरिए कोर्ट में एक एप्लिकेशन दायर की थी, जिसमें उसने दावा किया था कि बांदा जेल में बीते 19 मार्च को उन्हें जो भोजन दिया गया था उसमें जहर मिला था.