केजरीवाल के जेल जाने पर क्या बयान दिया राजनाथ सिंह ने , साथ ही लगाए गंभीर आरोप
2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों जोरों पर है। यहां मौजूद केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी चीन और पाकिस्तान के पीओके समेत केंद्रीय एजेंसियों ईडी और सीबीआई की गतिविधियों और अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर खुलकर बात की.
उन्होंने विपक्ष की सभी दलीलों का जवाब दिया. चुनावी कर्ज, केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग और अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाए रखने पर राजनाथ सिंह से सवाल किए गए.
विपक्ष के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग पर क्या बोले राजनाथ?
विपक्ष के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग अथवा कंपनियों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसी का इस्तेमाल कर इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए चंदा लेने के आरोपों पर राजनाथ सिंह ने खुलकर बात की. उन्होंने कहा, “अगर किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई होती है तो उसमें कहा जाता है कि गवर्नमेंट ऐसा करवा रही है. जब भी ईडी या सीबीआई कोई कार्रवाई करती है तो अपना काम करती है और दूसरी बात यह है कि केंद्रीय एजेंसी की हर एक करवाई कोर्ट को बताई जाती है. कई लोग कोर्ट में रहते हैं कि हमको गलत तरीके से गिरफ्तार किया है, कोई आधार नहीं बनता है, कोर्ट के सामने अपील करते हैं लेकिन कोर्ट से भी उन्हें कोई राहत नहीं मिलती है. फिर रिमांड पर चार दिन या 10 दिन के लिए रहते हैं. कहीं ना कहीं कुछ है तभी तो कोर्ट का आदेश ऐसा हो रहा है.
राजनाथ सिंह से इलेक्टोरल बॉन्ड के बारे में सवाल पूछा जा रहा था. उनसे पूछा गया कf 14 कंपनियां ऐसी थीं जिनके खिलाफ ईडी या सीबीआई ने कार्रवाई की और उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए चंदा दे दिया. 16 कंपनियां ऐसी थीं जो घाटे में चल रही थीं लेकिन उन्होंने भी इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए चंदा दिया. इस पर राजनाथ सिंह ने कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है. मै इस पर बहुत अधिक टिप्पणी नहीं करना चाहता.
अरविंद केजरीवाल पर क्या बोले राजनाथ सिंह?
अरविंदो फार्मा के शरत चंद्र रेड्डी को गिरफ्तार करने और आबकारी मामला में आरोपी होने के बावजूद उनसे इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए चंदा लेने को लेकर भी उनसे सवाल पूछा गया. यह भी पूछा गया कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी भी रेड्डी के बयान के आधार पर हुई है. इसके पीछे साजिश के आरोप लग रहे हैं. इसके जवाब में राजनाथ सिंह ने कहा कि कोर्ट के सामने अरविंद केजरीवाल की ओर से यह बात कही गई है इसलिए कोर्ट के फैसले का इंतजार किया जाना चाहिए. राजनीतिक पार्टी की मीटिंग में यह बात नहीं कही गई है.
अरविंद केजरीवाल के जेल से सरकार चलाए जाने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जेल से सरकार चलाने के बारे में कोई प्रतिबंध नहीं है लेकिन नैतिकता भी एक चीज होती है और भारत तो उस नैतिकता का पालन करता है कि समाज के अंतिम पायदान पर बैठा हुआ व्यक्ति भी अगर किसी पर उंगली उठा देता है, आरोप लगा देता है तो अपने पद से त्यागपत्र दे देता है और तब तक वह पद स्वीकार नहीं करता है जब तक आरोप गलत साबित न हो जाए.
उन्होंने कहा कि एक बार आडवाणी जी के ऊपर भी आरोप लगा था तो उन्होंने संसद की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था और कहा था जब तक मैं आरोप मुक्त नहीं हो जाऊंगा तब तक मैं संसद की सदस्यता स्वीकार नहीं करूंगा.
राजनाथ सिंह ने कहा कि नियम कानून ही सब कुछ नहीं होता भारत देश में नैतिक मूल्यों की भी एक अहमियत है. समाज केवल नियम कानून के आधार पर नहीं चलता. कुछ मूल्य भी हैं, उन मूल्यों का पालन करना चाहिए.