रामपुर सीट पर सस्पेंस बरकरार, अखिलेश ने नहीं सुनी आजम की बात, उतारा नया कैंडिडेट
सभी की निगाहें इस पर हैं कि रामपुरी चाकू के लिए मशहूर रामपुर में 2024 के लोकसभा चुनाव का चुनावी अभियान कैसा होगा। उत्तर प्रदेश के सबसे अधिक आबादी वाले लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक, रामपुर, मुरादाबाद जिले का हिस्सा है।
रामपुर लोकसभा सीट सपा नेता आजम खान का गढ़ है, जो खुद कई सालों तक इस सीट से सांसद रहे हैं. हालांकि, विधानसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद उपचुनाव में बीजेपी के घनश्याम सिंह लोधी ने यह सीट जीत ली. बीजेपी ने एक बार फिर रामपुर से मौजूदा सांसद पर भरोसा जताया है और उन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है.
रामपुर लोकसभा का जनसंख्या गणित
रामपुर लोकसभा सीट पर आंकड़ों के मुताबिक लगभग 30 लाख की जनसंख्या है, जिसमें 16 लाख से ज्यादा वोटर्स हैं, इन वोटर्स में 8,72,084 पुरुष और 7,44,900 महिला वोटर्स मौजूद है. इनमें से लगभग 51% मुस्लिम आबादी है तो करीब 45% हिन्दू आबादी यहां रहती है.
रामपुर उपचुनाव 2022 में बीजेपी जीती
उत्तर प्रदेश की इस मुस्लिम बहुल सीट पर मौजूदा समय में बीजेपी के घनश्याम सिंह लोधी सांसद है. उन्होंने सपा के मोहम्मद असीम रज़ा को 42 हजार वोटों के बड़े अंतर से हराकर संसद का सफर तय किया था. एक बार फिर बीजेपी ने इन्हीं को लोकसभा चुनाव 2024 के रण में उतारा है.
2019 के चुनाव में आजम खान ने मारी थी बाजी
लोकसभा चुनाव 2019 में कुल 11 प्रत्याशी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे थे पर असल मुकाबला तो बीजेपी की जायाप्रदा और समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान के बीच था. वहीं, कांग्रेस ने संजय कपूर और एनडीपी ने अरशद वारसी को चुनाव मैदान में उतरा था. 4 निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव में किस्मत आजमा रहे थे. इस चुनाव में सपा प्रत्याशी आज़म खान ने जीत दर्ज की थी, उनको कुल 5,59,177 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी की जयाप्रदा को 4,49,180 वोट मिले थे और वो दूसरे स्थान पर रही थीं.
रामपुर लोकसभा 2014 का गणित
लोकसभा चुनाव 2014 कई मायनों में काफी अलग था. इस चुनाव में उत्तर प्रदेश से कोई भी मुस्लिम प्रत्याशी चुनाव नहीं जीत पाया था. यह अपने आप में ही एक नया इतिहास था. 2014 के रामपुर लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेपाल सिंह ने धमाकेदार जीत दर्ज की थी. नेपाल सिंह को 37.5% फीसदी वोट मिले थे और उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे समाजवादी के नसीर अहम खान को 35 फीसदी वोट मिले थे. इस लोकसभा चुनाव में नेपाल सिंह की जीत का अंतर मात्र 23,435 वोट था. 2014 के चुनाव में इस सीट पर लगभग 59 फीसदी ही वोट पड़े थे, जिसमे से 7 हजार के करीब वोट नोटा के लिए डाले गए थे.
अटकलों के बीच सपा ने मोहिबुल्लाह नदवी को बनाया उम्मीदवार
रामपुर लोकसभा सीट से सपा ने सस्पेंस खत्म करते हुए दिल्ली पार्लियामेंट मस्जिद के इमाम मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी को प्रत्याशी बनाया है. मोहिबुल्लाह नदवी मूल रूप से रामपुर के ही रहने वाले हैं. उन्होंने लखनऊ स्थित नदवा कॉलेज से मौलवी की डिग्री प्राप्त कर रखी है और अपनी शिक्षा का कुछ अंश अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और जामिया से भी प्राप्त किया है. मोहिबुल्लाह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के काफी करीबी व्यक्ति माने जाते हैं. सपा मोहिबुल्लाह नदवी के जरिए रामपुर के बिगड़े सियासी समीकरण साधने की कोशिश में जुट गयी है. इसी बीच खबरें ये भी हैं कि कभी रामपुर के बादशाह कहे जाने वाले आजम खान मोहिबुल्लाह नदवी को रामपुर से टिकट मिलने पर खुश नहीं है. उन्होंने जेल से अखिलेश यादव को पत्र लिखकर उनसे इस सीट से चुनाव लड़ने की अपील की थी