हाई प्रोफाइल चेन्नई को बना दिया और खास पूर्व राज्यपाल को टिकट दे BJP ने साउथ की पॉलिटिक्स में चल दिया बड़ा दांव
2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने दक्षिण भारतीय राजनीति पर बड़ा दांव खेला है. पार्टी ने प्रतिष्ठित दक्षिण चेन्नई की राजधानी को वहां के पूर्व राज्यपाल को टिकट थमाकर और भी खास बना दिया है. यह कदम भाजपा ने 19 अप्रैल को उठाया था। तमिलनाडु लोकसभा चुनाव में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके), ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार सीटों के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। दोनों के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होगा. दो महिलाओं और एक पूर्व डिप्टी के बीच हिंसक टकराव संभव है।
द्रमुक की निवर्तमान सांसद टी. सुमती उर्फ तमिझाची थंगापांडियन का मुकाबला तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल और भाजपा की उम्मीदवार तमिलिसाई सौंदरराजन और 2014 में वहां जीत हासिल करने वाले अन्नाद्रमुक (अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम) के पूर्व सांसद डॉ. जे. जयवर्धन से होगा.
खुश हैं तमिलिसाई! दावा- जीतेंगे यह सीट
तमिलिसाई इस सप्ताह की शुरुआत में राज्यपाल पद से इस्तीफा देकर फिर से भाजपा में शामिल हो गई थीं, जिसके बाद उन्हें इस सीट से उम्मीदवार बनाया गया. उन्होंने जीत का विश्वास जताते हुए कहा कि 40 वर्ष तक वहां रहने के कारण वह इस संसदीय क्षेत्र की समस्याओं से अवगत हैं. उन्होंने कहा, “मैं सचमुच बहुत खुश हूं. परिश्रम के दम पर हम यह सीट हासिल कर लेंगे.” जयवर्धन के करीबी सूत्रों ने बताया कि 2014 से 2019 तक के अपने कार्यकाल के दौरान स्वास्थ्य, रेलवे और अन्य क्षेत्रों में उठाए गए कल्याणकारी कदमों के दम पर जीत हासिल करने का विश्वास जता रहे हैं.
तो इस वजह से भी खास है साउथ चेन्नई सीट
दक्षिण चेन्नई में कई नामचीन शिक्षण संस्थान और आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) कंपनियां हैं. इस क्षेत्र में आईटी पेशेवर, उद्यमी, व्यापारी और कई अन्य पेशों के लोग रहते हैं और मानसून के दौरान यहां जलभराव, अनियमित बिजली आपूर्ति और सड़कें खराब होने की समस्या होती है. पिछले साल दिसंबर में हुई बारिश के प्रभाव के कारण भीषण बाढ़ आई, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. इस दौरान खड़ी कारों के बह जाने के कई वीडियो सोशल मीडिया मंचों पर सामने आए.
DMK का गढ़ रहा है दक्षिण चेन्नई निर्वाचन क्षेत्र
यह निर्वाचन क्षेत्र द्रमुक का गढ़ रहा है और पार्टी ने यहां पांच बार जीत हासिल की है. अन्नाद्रमुक दो बार विजयी रही है. भाजपा अभी तक इस क्षेत्र में अपनी छाप नहीं छोड़ पाई है और 2014 के चुनावों में तीसरा स्थान हासिल किया था. साल 2019 के चुनावों में टी. थंगापांडियन ने जयवर्धन को 2,62,223 मतों के अंतर से हराया. जयवर्धन ने 2014 में अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी द्रमुक के टी के एस एलंगोवन को 1.36 लाख से अधिक मतों से हराया था. निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, दक्षिण चेन्नई में कुल 19,36,209 मतदाता हैं, जिनमें 9,61,904 पुरुष और 9,73,934 महिलाएं हैं. निर्वाचन क्षेत्र में 371 ट्रांसजेंडर हैं