अजय राय ने कहा कि चुनावी समीकरण बदल गए हैं जनता बीजेपी के विकास के झूठे दावों से तंग आ चुकी है
उत्तर प्रदेश में भी लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है. वाराणसी से कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय भी रविवार (24 मार्च) को अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे. जहां सेवादारों ने उनका जोरदार स्वागत किया। उस समय उन्होंने कहा था कि वह काशी से हैं और काशी की हर गली, घर और व्यक्ति को अच्छी तरह से जानते हैं। पत्रकारों द्वारा भाजपा की जीत के बारे में पूछे जाने पर अजय राय ने कहा कि यह तो समय ही बताएगा कि भाजपा जीतेगी या 10 करोड़ रुपये का घाटा होगा.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और वाराणसी से उम्मीदवार अजय राय ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन और एनडीए के बीच सीधा मुकाबला होगा और स्थानीय बनाम बाहरी का मुद्दा होगा. लोकसभा चुनाव में भी इस सीट पर प्रमुखता से चर्चा हुई थी. इस बार का लोकसभा चुनाव सीधे इंडिया ब्लॉक और एनडीए के बीच होगा.
अब चुनावी माहौल बदल गया है- अजय राय
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक अजय राय ने आगे कहा कि चुनावी समीकरण बदल गए हैं और चुनावी माहौल भी पूरी तरह से बदल गया है. जनता बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार से जूझ रही है और बीजेपी के विकास के झूठे दावों से तंग आ चुकी है. राय ने कहा, पिछले कई चुनावों में बीजेपी और मुख्य विपक्षी दल के साथ-साथ एक तीसरा मजबूत उम्मीदवार भी खड़ा किया जाता था, जिससे वोट बंट जाते थे लेकिन इस बार ‘इंडिया’ ब्लॉक और एनडीए के बीच सीधा मुकाबला है. उन्होंने कहा कि हमारा गठबंधन जीतेगा.
वाराणसी में बुनियादी समस्याएं जस की तस-अजय राय
वाराणसी की कोलअसला सीट से तीन बार और पिंडरा सीट से एक बार विधायक रह चुके राय ने कहा कि इस बार वाराणसी में स्थानीय बनाम बाहरी उम्मीदवार का मुद्दा भी मायने रखेगा. राय ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में भी वाराणसी में मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ते समय स्थानीय बनाम बाहरी का मुद्दा उठाया था, लेकिन दोनों बार हार गए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र होने के बावजूद पिछले 10 वर्षों में वाराणसी की बुनियादी समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं और जो भी विकास कार्य हुए हैं, वे केवल गुजरात लॉबी को फायदा पहुंचाने की कोशिश की गई है.