आजकल चुनाव से पहले फिर लखनऊ का नाम बदलने की चर्चा तेज, योगी सरकार ने मांगी रिपोर्ट
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद नवाबों के शहर लखनऊ का नाम बदलने की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है और अब लखनऊ का नाम बदलकर लखमनपुर या लखनपुर करने की सुगबुगाहट हो रही है. सरकार ने राजस्व विभाग से इस मामले पर रिपोर्ट देने को कहा है.
यह पत्र लखनऊ के सांसद और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालय द्वारा लिखा गया था। राघवेंद्र शुक्ला ने लखनऊ का नाम बदलने की मांग करते हुए बताया कि उप मुख्यमंत्री राकेश कुमार यादव ने कमिश्नर और राजस्व विभाग से रिपोर्ट मांगी थी.
दरअसल सांसद कार्यालय से ये पत्र रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दो दिन बाद 24 जनवरी को लिखा गया था, जिसमें राघवेंद्र शुक्ला ने राम मंदिर बनने के बाद लखनऊ का नाम भी भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण के नाम पर करने की मांग की थी.
शासन ने मांगी रिपोर्ट
इस पत्र में उन्होंने दलील दी कि अब जब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो चुका है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों से प्राण प्रतिष्ठा भी हो गई है तो इस पावन बेला पर लखनऊ का नाम भी श्रीराम के छोटे भाई लक्ष्मण जी के नाम पर लक्ष्मण पुर कर देना चाहिए.
ये पत्र कई विभागों से होते हुए राजस्व विभाग पहुंच गया है, जिस पर शासन की ओर से 22 फरवरी को ही रिपोर्ट मांगी गई है. पिछले काफी समय से लखनऊ का नाम लक्ष्मणपुर किए जाने की मांग चल रही है. सीएम योगी आदित्यनाथ भी पहले लखनऊ को लक्ष्मणपुर के नाम से संबोधित कर चुके हैं.
पौराणिक मान्यता के अनुसार लखनऊ कौशल राज का हिस्सा था. भगवान राम ने गोमती नगर के किनारे इस क्षेत्र को अपने छोटे भाई लक्ष्मण को भेंट किया था. जिसके बाद उन्होंने इस नगर को बसाया था. 11वीं सदी में इसे लक्ष्मणपुर या लखनपुर के नाम से ही जाना जाता है. यहां एक ऊँचा टीला है जिसे लक्ष्मण का टीला कहा जाता है.