भगवंत मान ने कांग्रेस पर क्या कहा, ‘दिल्ली में निकाह और पंजाब में तलाक’
2024 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिए विपक्षी गठबंधन का गठन किया गया था। हालहि के लोकसभा चुनावों में चीजें ठीक नहीं चल रही हैं। एक तरफ कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के अलावा अन्य राज्यों में सीट बंटवारे पर चर्चा कर रही हैं तो दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के निशाने पर भी कांग्रेस है. जहां पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कांग्रेस को न्याय की पार्टी कहने से इनकार कर दिया, वहीं बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने आप से पूछा.
उन्होंने कहा, “ये कैसा गठबंधन है? दिल्ली में निकाह करते हैं तो पंजाब में तलाक-तलाक-तलाक. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का ये जो गठबंधन है उस पर तो सिर्फ इतना ही कहा जा सकता है कि इस तरह के दोस्त हों तो फिर दुश्मनों की कोई जरूरत ही नहीं. क्योंकि दिल्ली में निकाह होने क बाद जब पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से पूछा जाता है कि क्या कांग्रेस ईमानदारी पार्टी है तो वो कहते हैं कि ये नहीं कहा जा सकता कि कांग्रेस ईमानदार पार्टी है क्योंकि 70 सालों तक हमारे बुजुर्ग इससे पीढ़ित रहे हैं.”
‘बेईमान पार्टी से गठबंधन क्यों किया?’
बीजेपी प्रवक्ता ने सवाल करते हुए कहा, “जिसे आप बेईमान पार्टी मानते हैं उसी के साथ गठबंधन क्यों किया? अरविंद केजरीवाल ने तो अन्ना हजारे के समय में कहा था कि वो कभी भी कांग्रेस और इस तरह की भ्रष्ट पार्टियों से हाथ नहीं मिलाएंगे. आज सत्ता के लालच में आपने कांग्रेस के साथ-सात लालू प्रसाद यादव के साथ भी गठबंधन कर लिया. इसकी पोल कौन खोल रहा है, अरविंद केजरीवाल के साथी भगवंत मान.”
क्या कहा था भगवंत मान ने?
दरअसल, पंजाब के सीएम भगवंत सीएम टीवी9 भारतवर्ष के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे, जहां उनसे सवाल किया गया कि क्या कांग्रेस एक ईमानदार पार्टी है? इसके जवाब में आप नेता ने कहा, “ऐसा तो मैं कह नहीं सकता. आज 70 साल के हमारे बुजुर्ग इन्हीं से तो पीड़ित थे. मैं कैसे कह दूं कि ईमानदार हैं. कांग्रेस को हराकर तो हमारी पंजाब में सरकार बनी है.”