लोकसभा चुनाव से पहले बसपा एक और झटका, सपा में शामिल हुए शाह आलम गुड्डु जमाली
लोकसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। बसपा नेता और आज़मगढ़ लोकसभा पार्टी के उम्मीदवार शाह आलम गुड्डु जमाली समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं। जमाल के सपा में शामिल होने के बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि उनका हमेशा सम्मान किया जाएगा। भारतीय जनता पार्टी ने आज देश में अराजकता ला दी है। यदि संविधान बदलने का उद्देश्य साथ ही सभी लोकतांत्रिक मानदंडों को पूरी तरह से खत्म करने का प्रयास है, तो पीडीपी के लोग निश्चित रूप से देश को बचाने में योगदान देंगे। सीसीपी के अलावा देश में दुर्भाग्यशाली लोग किसान, युवा और मुसलमान हैं और हम सभी उनके लिए मिलकर लड़ेंगे।
शिवपाल ने कहा कि भाजपाई राम की कसम खाते हैं लेकिन राम की झूठी कसम खाते हैं. हम भी राम को मानते हैं लेकिन हम राम के नाम पर झूठ नहीं बोलते. आज हम गुड्डू जमाली और उनके साथ आए सभी का स्वागत करते हैं.
कौन हैं गुड्डू जमाली?
गुड्डू जमाली आजमगढ़ स्थित मुबारकपुर के निवासी हैं. साल 2022 में आजमगढ़ लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में उन्होंने बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था. जबकि सपा की ओर से यहां अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को प्रत्याशी बनाया था. इस उपचुनाव में धर्मेंद्र यादव को हार का सामना करना पड़ा था और बीजेपी के दिनेश लाल निरहुआ चुनाव जीत गए थे.
आजमगढ़ सीट समाजवादी पार्टी का गढ़ रही है. 2019 में इस सीट पर अखिलेश यादव की जीत हुई थी लेकिन यूपी विधानसभा चुनाव के बाद जब उन्होंने इस सीट से इस्तीफा दिया तो उपचुनाव में ये सीट सपा के हाथ से निकल गई थी. धर्मेंद्र यादव की हार के पीछे गुड्डू जमाली सबसे बड़ी वजह बने थे. इस उपचुनाव में बीजेपी के दिनेश लाल निरहुआ 3,12,768 वोट मिले. जबकि सपा उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव को 3,04,089 वोट और गुड्डू जमाली को 2,66,210 मिले. अगर बसपा ने उन्हें खड़ा नही किया होता यहां से सपा की जीत हो सकती थी.