क्या हिमाचल में गिर जाएगी कांग्रेस सरकार? राज्यसभा चुनाव से क्यों सुक्खू सरकार पर मंडराने लगा खतरा
हिमाचल प्रदेश राज्यसभा चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस को बड़ा झटका लगता दिख रहा है। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के 6 सांसदों ने इसका विरोध किया. इसका मतलब है कि उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार हर्ष महाजन को चुना. कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट के वकील अभिषेक मनु सिंघवी को अपना उम्मीदवार बनाया है.
सूत्रों ने बताया कि इस तरह कांग्रेस प्रत्याशी सिंघवी को 34 वोट मिल सकते हैं. हर्ष महाजन को भी 34 वोट मिलने की संभावना है, जिसमें बीजेपी के 25, निर्दलीय 3 और कांग्रेस के 6 वोट शामिल हैं. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, सुधीर शर्मा, राजेंद्र राणा, देवेंद्र भुट्टो, चैतन्य शर्मा, रवि ठाकुर और इंदर दत्त लखनपाल का चुना जाना संभव है.
सुक्खू सरकार पर संकट के बादल
अब परिणाम भी दावों के मुताबिक ही आए तो राज्य की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार पर संकट के बादल छा सकते हैं. इस बीच एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत करते हुए हिमाचल के पूर्व सीएम और बीजेपी के वरिष्ठ नेता जयराम ठाकुर ने कहा है कि सुक्खू बहुमत खो चुके हैं. उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.
हर्ष महाजन का दावा
वहीं बीजेपी के उम्मीदवार हर्ष महाजन ने कहा कि सुक्खू सरकार से कोई भी खुश नहीं है. हिमाचल में सरकार बदलने वाली है. इन दोनों ही बयानों के बाद हिमाचल में सियासी अटकलें शुरू हो गई है.
प्रतिभा सिंह के बयान से टेंशन
बीजेपी के दावों के बीच हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की प्रमुख और सुक्खू से नाराज बताई जा रहीं प्रतिभा सिंह के बयान ने पार्टी को असमंजस में डाल दिया है. उन्होंने कहा कि विधायकों की नाराजगी स्वभाविक है. विधायकों को लगता था कि सरकार कुछ कर सकती थी.
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि हम स्थिति का सामना करेंगे. हम नैया पार लगा लेंगे, हमारे पास बहुमत है. हमें पता था कि वे (बीजेपी) धनबल का इस्तेमाल करेंगे. मंडी से सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा कि यह कांग्रेस के लिए संकट की घड़ी है. भारतीय जनता पार्टी ने चुनावी मैदान में अपना प्रत्याशी उतारा हुआ है. बीजेपी के उम्मीदवार हर्ष महाजन के साथ केंद्र सरकार का आशीर्वाद है. ऐसे में वे भी कॉन्फिडेंट हैं.
क्या है हिमाचल में समीकरण?
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में 68 विधायक हैं. इन सभी ने राज्यसभा चुनाव के लिए वोट किया है. कांग्रेस के 40 विधायक हैं. वहीं बीजेपी के 25 विधायक हैं. वहीं नालागढ़ से कृष्ण लाल ठाकुर, देहरा से होशियार सिंह और हमीरपुर से आशीष शर्मा निर्दलीय विधायक हैं.
राज्य में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 35 विधायकों की जरूरत होती है. राज्यसभा चुनाव की तरह की अगर कांग्रेस के ये छह विधायक आगे भी बागी रुख अपनाते हैं तो सुक्खू की सरकार संकट में आ सकती है.