बराबर वोट मिलने के बाद भी कैसे जीता राज्यसभा चुनाव? हर्ष महाजन…किस्मत ने दिया साथ,
हिमाचल में राज्यसभा सीट पर बीजेपी के हर्ष महाजन ने जीत हासिल की है. कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी हार गए. फॉर्च्यून हर्ष महाजन को पसंद करता है। दोनों नेताओं को 34-34 वोट मिले. इसके बाद हर्ष महाजन एक स्लिप से जीत गए। हिमाचल प्रदेश में विधायकों की कुल संख्या 68 है. जब कांग्रेस विधायकों ने इसका विरोध किया तो बड़ा दिलचस्प मुकाबला हो गया.
क्रॉस वोटिंग ने बिगाड़ा कांग्रेस का खेल
कांग्रेस के कुल विधायकों की संख्या 40 है और बीजेपी के 25 विधायक है. इसके अलावा राज्य में तीन निर्दलीय विधायक भी हैं. चुनाव के दौरान ही यह अटकलें चल रही थीं कि कांग्रेस के छह विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है जिसपर नतीजे आने पर मुहर भी लग गई. कांग्रेस के छह विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने और तीन निर्दलियों के बीजेपी के सपोर्ट में वोट करने से अभिषेक मनु सिंघवी के पक्ष में 34 वोट पड़े जबकि हर्ष महाजन को भी इतने ही वोट मिले. ऐसे में दोनों के बीच टाई हो गया और फिर पर्ची के जरिए नतीजा हर्ष महाजन के पक्ष में गया.
सीएम सुक्खू को इस्तीफा देना चाहिए- हर्ष महाजन
हर्ष महाजन की जीत के बाद उनके समर्थक ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते हुए देखे गए. महाजन ने जीत के बाद मीडिया से कहा, ”यह बीजेपी, नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जीत है.” नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि इस जीत को देखते हुए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को इस्तीफा दे देना चाहिए. एक साल के अंदर विधायक ही छोड़कर चले गए तो जनता कैसे भरोसा करेगी.”
कौन हैं हर्ष महाजन?
1955 में चंबा में जन्मे हर्ष महाजन पूर्व कैबिनेट मंत्री और पूर्व विधानसभा स्पीकर देश राज महाजन के बेटे हैं. हर्ष महाजन ने राजनीतिक जीवन की शुरुआत यूथ कांग्रेस के साथ की थी. हर्ष महाजन पहली बार 1993 में विधायक निर्वाचित हुए थे. इसके बाद फिर 1998 और 2003 में विधायक बने थे. हर्ष महाजन राज्य में पशुपालन मंत्री भी रह चुके हैं. हालांकि सितंबर 2022 में उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी ज्वाइन कर ली थी.