2024 लोकसभा चुनाव के लिए 97 करोड़ वोटर्स रजिस्टर्ड, EC बोला- 2.63 करोड़ नए मतदाता, महिला-युवा और दिव्यांग मतदाता बढ़े
पिछले चुनाव की तुलना में इस बार पंजीकृत मतदाताओं की सूची में 6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस साल के लोकसभा चुनाव में लगभग 97 करोड़ लोग मतदान करने के पात्र हैं। संबंधित विकास में, भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) ने शुक्रवार (9 फरवरी) को घोषणा की कि 96.88 मिलियन… लोगों ने आगामी लोकसभा चुनावों में मतदान करने के लिए पंजीकरण कराया है।
आयोग ने कहा कि इस साल मतदाता सूची में 18 से 29 वर्ष की आयु के 20 लाख से अधिक युवाओं को भी शामिल किया गया है। वहीं, लिंगानुपात 2023 में 940 से बढ़कर 2024 में 948 हो जाएगा.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि आयोग ने वोटर लिस्ट के रिवीजन और पारदर्शिता पर विशेष जोर दिया है. इस दौरान उन्होंने पुणे में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में का जिक्र किया, जिसमें हर चरण पर राजनीतिक दलों की भागीदारी के साथ-साथ मतदाताओं की लिस्ट से जुड़े तमाम कामों के बारे में बताया गया था.
‘मतदाता सूची में लिंग अनुपात बढ़ा’
उन्होंने कहा कि इस बार महिला वोटर्स के रजिस्ट्रेशन में वृद्धि हुई है, जो चुनावी ढांचे के भीतर लैंगिक समानता की दिशा में एक ठोस प्रयास का उदाहरण है. आयोग ने कहा, “मतदाता सूची में लिंग अनुपात सकारात्मक रूप से बढ़ा है, जो देश के लोकतांत्रिक ढांचे को आकार देने में महिलाओं की बढ़ती भूमिका को दर्शाता है.”
इलेक्शन कमीशन ने आगे कहा कि वोटर लिस्ट 2.63 करोड़ से अधिक नए मतदाताओं को शामिल किया गया है, जिनमें से लगभग 1.41 करोड़ महिला मतदाता हैं. वहीं, पुरुष मतदाताओं की संख्या 1.22 करोड़ है.
चुनाव आयोग के मुताबिक इस साल लिस्ट से 1 करोड़ 65 लाख 76 हजार 654 लोगों के नाम को हटा दिया गया है. इनमें वे लोग शामिल हैं, जिनकी या तो मौत हो चुकी या वे दूसरी जगह शिफ्ट हो चुके हैं. इसके इलावा इसमें डुप्लीकेट मतदाताओं के नाम को हटा दिया गया है. इसमें 67 लाख 82 हजार 642 डेड वोटर्स, 75 लाख 11 हजार 128 अनुपस्थि वोटर्स और 22,5,685 डुप्लीकेट मतदाता शामिल हैं.
एक महीने तक चली स्पेशल समरी रिवीजन 2024 के बाद और आम चुनाव 2024 से पहले भारत के चुनाव आयोग ने देशभर के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मतदाता सूची पब्लिश कर दी है. इसमें जम्मू-कश्मीर और असम में मतदाता सूची भी शामिल हैं, जिन्हें निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन के बाद रिविजन किया गया था.