‘सरकार के व्हाइट पेपर को हम टॉयलेट पेपर मानते हैं’, कांग्रेस नेता उदित राज ने बीजेपी का खुल कर किया विरोध
केंद्र सरकार ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार (2004-2014) के 10 वर्षों के आर्थिक कुप्रबंधन पर एक श्वेत पत्र प्रकाशित किया। कांग्रेस नेता उदित राज ने एक श्वेत पत्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधते हुए कहा कि यह टॉयलेट पेपर नहीं बल्कि टॉयलेट पेपर है.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा: “प्रधानमंत्री ने कल यानी बुधवार को पूरी संसद में कुछ नहीं कहा। उन्होंने झूठ बोला कि अगर डॉ. अंबेडकर नहीं होते तो आरक्षण नहीं होता.’
‘कांग्रेस ने आंबेडकर को संविधान सभा का सदस्य बनाया’
उदित राज ने कहा, “कांग्रेस ने आंबेडकर जी को संविधान सभा का सदस्य और फिर सभा का अध्यक्ष भी बनाया. उनका अगर किसी से सबसे ज्यादा विरोध था तो वो हिंदू धर्म से था. इस वजह से उन्होंने बौद्ध धर्म स्वीकार कर लिया.
उन्होंने दावा किया कि अगर आरएसएस, हिंदू महासभा और बीजेपी की विचारधारा के मुताबिक देश चलता तो देश के एक भी एससी, एसटी, ओबीसी का उत्थान न होता. उदित राज बताया कि देश में PSUs बने, नौकरियां आईं, ये सब कांग्रेस ने किया.
‘आरक्षण के विरोध में निकाली रथ यात्रा’
कांग्रेस नेता ने कहा, “ओबीसी को 1990 में आरक्षण मिला, जिसके विरोध में लालकृष्ण आडवाणी ने रथ यात्रा निकाली. पिछड़ों के आरक्षण के विरोध के चलते अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने, वरना बीजेपी कभी नहीं उठ पाती.”
दरअसल, पीएम मोदी ने संसद में बोलेते हुए यूपीए सरकार के 10 सालों के आर्थिक कुप्रबंधन को लेकर श्वेत पत्र लाने की बात की थी. ये श्वेत पत्र सदन में शुक्रवार (9 फरवरी) या फिर शनिवार (10 फरवरी) को पेश किया जाना था. हालांकि , इसे गुरुवार (8फरवरी) को जारी कर दिया गया है.