Sunday, April 20, 2025
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हेमंत सोरेन का बीजेपी पर बड़ा हमला आरोप साबित हुए, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा”

हेमंत सोरेन का बीजेपी पर बड़ा हमला आरोप साबित हुए, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा”

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला. उन्होंने सदन में कहा कि 31 जनवरी की काली रात देश के लोकतंत्र से नये तरीके से जुड़ी है. राजभवन भी मेरी मुट्ठी में है.

हेमंत सोरेन कहते हैं मैं आंसू नहीं बहाऊंगा. मैं अपने आँसुओं को समय के लिए बचाकर रखूँगा। अगर फर्जीवाड़ा साबित हुआ तो राजनीति छोड़ दूंगा, न केवल संन्यास ले लूंगा, बल्कि झारखंड भी छोड़ दूंगा. इससे साबित होता है कि जमीन मेरे नाम है.

मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के टेस्ट में शामिल होने के लिए ईडी की हिरासत में बैठक में पहुंचे हेमंत सोरेन. उन्हें भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था। उसके बाद चंपई सोरेन सीएम बने.

पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने कही ये बात

पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने कहा, ”हमारी पूरी पार्टी और गठबंधन चंपई सोरेन का समर्थन करती है. 31 जनवरी की काली रात, देश के लोकतंत्र में नए तरीके से जुड़ी है. 31 तारीख रात को देश में पहली बार किसी मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी हुई होगी. जिस तरीके से ये घटना हुई मैं आश्चर्यचकित हूं. सही गलत की समझ इंसान भी रखता है.’

हेमंत सोरेन ने आगे कहा, ”मेरे स्वाभिमान को कोई बुरी नजर डालेगा उसे मुंह तोड़ जवाब देंगे. कर्ज देने में भी आदिवासियों से भेदभाव हो रहा है. आप तैयार हो जाएं नई परिभाषा गढ़ने जा रही है. हम न डरे, न हमने पीठ दिखाई. अलग राज्य का दर्जा मांगा तो इन्होंने हंसी उड़ाई. गैरकानूनी काम इन एजेंसियों से सीखे.”

उन्होंने कहा, ‘बड़ी सुनियोजित तरीके से, लंबे समय से 2022 से 31 तारीख को हुए अंजाम की पटकथा लिखी जा रही थी. मेरी गिरफ्तारी में राजभवन भी शामिल है. आज ऐसा लगता है कि बाबा अंबेडकर जी का जो सपना था कि सभी लोग एक प्लैटफॉर्म पर आएं. आज कहीं न कहीं इन (आदिवासी) वर्गों के प्रति सत्ता पक्ष की घृणाएं हैं, ये हमारी समझ से परे है.”

उन्होंने कहा, ‘बड़ी सुनियोजित तरीके से, लंबे समय से 2022 से 31 तारीख को हुए अंजाम की पटकथा लिखी जा रही थी. मेरी गिरफ्तारी में राजभवन भी शामिल है. आज ऐसा लगता है कि बाबा अंबेडकर जी का जो सपना था कि सभी लोग एक प्लैटफॉर्म पर आएं. आज कहीं न कहीं इन (आदिवासी) वर्गों के प्रति सत्ता पक्ष की घृणाएं हैं, ये हमारी समझ से परे है.”

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