कालकाजी मंदिर के मंहत परिसर में माता के जागरण के दौरान हुआ हादसा
दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के कालकाजी मंदिर के मंहत परिसर में कल रात माता के जागरण के दौरान हुए हादसे में एक महिला की मौत हो गई, जबकि 17 लोग घायल हो गए। घायलों को तुरंत एंबुलेंस से एम्स ट्रॉमा सेंटर, सफदरजंग अस्पताल और मैक्स अस्पताल ले जाया गया, जहां फिलहाल उनका इलाज चल रहा है। इस मामले में पुलिस ने आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की और जांच शुरू की.
डीसीपी राजेश देव से मिली जानकारी के मुताबिक, कालकाजी मंदिर परिसर में पिछले 26 साल से माता जागरण होता आ रहा है। जिसके लिए कोई आधिकारिक अनुमति नहीं दी गई थी, लेकिन सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए वहां पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया था। रात 12.30 बजे तक जागरण में बड़ी संख्या में लोग जुट चुके थे और डेढ़ हजार से ज्यादा लोग जागरण में मौजूद थे.
जागरण में आयोजकों की फैमिली और वीआईपी गेस्ट को बिठाने के लिए लोहे के फ्रेम पर लकड़ी का ऊंचा मचान बनाया गया था. जिस पर भी काफी लोग बैठे थे. वजन ज्यादा होने के कारण वह मचान झुक कर गिर गया, जिससे मचान पर बैठे लोगों को तो चोटें आई ही साथ ही उसके नीचे बैठे लोग भी मचान के गिरने से उसकी चपेट में आ गए. जिस पर तुरंत ही घायलों को एम्बुलेंस की सहायता एम्स ट्रॉमा, सफदरजंग और मैक्स हॉस्पिटल भेजा गया.
हॉस्पिटल में घायल मरीजों का इलाज चल रहा है. उनका इलाज अभी भी चल रहा है. घायलों की हालत अभी स्थिर बताई जा रही है, इनमें से कुछ लोगों के शरीर के अलग-अलग हिस्से में फ्रैक्चर हुआ है.घायल हुए 17 लोगों में से 8 की पहचान की जा चुकी है, जबकि बाकियों की पहचान करने की कोशिश जारी है.
ऑटो से मैक्स हॉस्पिटल भेजी गई महिला को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, जिसकी पहचान अब तक नहीं हो पाई है. पुलिस उसकी पहचान की कोशिश में लगी हुई है. इस मामले में पुलिस ने आयोजकों के खिलाफ 337/304A/188 आईपीसी के तहत FIR दर्ज किया है. मौके पर क्राइम टीम को बुला कर छानबीन भी कराई गई.
फायर डायरेक्टर अतुल गर्ग ने बताया की फायर कंट्रोल रूम को देर रात 12:47 बजे के आसपास सूचना मिली. बताया गया कि कालकाजी मंदिर में जागरण का स्टेज गिर गया है. उसके नीचे कई लोग दब गए हैं. मौके पर फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां भेजी गई. जो घायल हुए हैं उनकी पहचान कमला देवी (60 ), शीला मित्तल (81), सुनीता (5), हर्ष (21), अलका वर्मा (33), आरती वर्मा (18), रिशिता ( 17), मनु देवी (32) के रूप में हुई है. अन्य घायलों की पहचान की जा रही है.
क्षमता से अधिक भार होने की वजह गिरा स्टेज
एबीपी लाईव से बात करते हुए कालकाजी मंदिर के महंत सुरेंद्र अवधूत नाथ ने कहा कि इस दुखद हादसे को लेकर उन्हें काफी पीड़ा हो रही है. महंत सुरेंद्र अवधूत नाथ का कहना है कि जागरण में काफी भीड़ हो गयी थी, और लोग वीआईपी स्टेज पर लगातार चढ़ते जा रहे थे. कार्यक्रम के आयोजकों द्वारा लगातार लोगों को मना किया जा रहा था, लेकिन वे मान नहीं रहे थे. स्टेज पर क्षमता से अधिक भार होने की वजह से वह गिर पड़ा. जिसमें एक महिला की मौत हो गई और 17 लोग घायल हो गए हैं. इस पूरी घटना से उन्हें काफी दुख हो रहा है. उन्होंने कहा कि वर्षों से यह आयोजन होता आ रहा है, और यह पहला मौका है, जब इस तरह का हादसा माता के जागरण के दौरान हुआ है.