उत्तराखंड के टनल में फंसे पांच बिहारी मजदूर पहुंचे पटना, हुआ जोरदार स्वागत, 17 दिनों की सुनाई आपबीती
पटना एयरपोर्ट पर मजदूरों को माला पहनाकर और गुलदस्ता देकर जोरदार स्वागत किया गया. इस मौके पर मजदूरों के परिजन भी पटना एयरपोर्ट पर मौजूद रहे.
उत्तराखंड के उत्तरकाशी टनल में फंसे बिहार के पांच मजदूरों की आज (1 दिसंबर) घर वापसी हो गई. पटना एयरपोर्ट (Patna Airport) पर उन पांच मजदूरों का स्वागत बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम (Surendra Ram) बिहार सरकार के अधिकारियों ने किया. मजदूरों को माला पहनाकर और गुलदस्ता देकर पटना एयरपोर्ट पर उनका जोरदार स्वागत किया गया. इस मौके पर मजदूरों के परिजन भी पटना एयरपोर्ट पर मौजूद रहे. जिनको देखकर मजदूरों की आंखें भर आई, वहीं, परिजन भी अपने परिवार के सदस्य को देखकर काफी खुश दिखे. वापस लौटे मजदूरों में मुजफ्फरपुर के दीपक, छपरा के सोनू, बांका के वीरेंद्र, भोजपुर के सवाह करीम और सासाराम के सुशील कुमार शामिल है.
‘खाने-पीने जैसी चीजों में थोड़ी सी परेशानी होती थी’
पटना पहुंचे मजदूरों ने कहा कि किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई. शुरुआत के 18 से 24 घंटे हमें दिक्कतें आई थी क्योंकि ऑक्सीजन की कमी हो रही थी, लेकिन उसके बाद उत्तराखंड सरकार की ओर से ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई और एक बार घर से संपर्क स्थापित होने के बाद फिर किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हुई. मजदूरों ने कहा कि खाने-पीने जैसी चीजों में थोड़ी सी परेशानी होती थी, लेकिन सरकार का हर संभव मदद मिली.
कोई बाहर जाकर काम नहीं करना चाहता है- मजदूर
एक मजदूर ने बताया कि हम चार साल पहले उस कंपनी में काम की शुरुआत किए थे, लेकिन इस घटना के बारे में मुझे जानकारी थी कि कभी भी ऐसी घटना हो सकती है इसलिए कुछ घंटे तक परेशानी होने के बाद हम लोग की आदत सी बन गई. उत्तराखंड सरकार और भारत सरकार की मदद से आज सभी लोग कुशल बाहर निकल चुके हैं. मजदूरों ने कहा कि बिहार सरकार अगर ध्यान देगी तो हम लोग बिहार में ही काम करेंगे. कोई बाहर जाकर काम नहीं करना चाहता है, लेकिन क्या करें हम लोग को उस तरह का काम और उस तरह का पैसा भी तो मिलना चाहिए.
‘इन्हें हर तरह की सुविधा सरकार की ओर से दी जाएगी’
मजदूरों का स्वागत करने पहुंचे बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री ने सुरेंद्र राम ने कहा कि बिहार सरकार इन मजदूरों का हर संभव मदद करेगी. इन्हें हर तरह की सुविधा सरकार की ओर से दी जाएगी. मंत्री ने कहा कि जब यह लोग टनल में फंसे हुए थे तो बिहार सरकार प्रतिदिन इनके बारे में जानकारी ले रही थी. अभी यह लोग आए हैं तो हम लोग बात करेंगे और इन लोग को अगर बिहार में नौकरी करना चाहते हैं तो उसकी व्यवस्था हम लोग करेंगे.