इजरायल-हमास युद्ध के मुद्दे पर महागठबंधन में तकरार, JDU और CPIML आमने-सामने, जानिए पूरा विवाद
महबूब आलम ने कहा कि हम लोगों ने मांग की है कि फिलिस्तीन में जो लोग मारे गए उनके लिए भी शोक प्रस्ताव लाया जाए. जेडीयू ने कहा कि ऐसे विधायकों पर कार्रवाई होनी चाहिए.
बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र सोमवार (06 नवंबर) से शुरू हो गया. 10 नवंबर तक यह चलेगा. इजरायल-हमास युद्ध के मुद्दे पर विधानसभा परिसर में वाम दल ने प्रदर्शन किया. कहा कि फिलिस्तीनियों का नरसंहार बंद हो. वहीं जेडीयू को ओर से सीपीआईएमएल के विधायकों पर कार्रवाई की मांग कर दी है. महागठबंधन सरकार में ये दोनों आमने-सामने हो गए हैं.
मुझे एक्शन लेना होता तो जेल भेज देता: जेडीयू विधायक
जेडीयू विधायक संजीव कुमार सिंह ने कहा कि सीपीआईएमएल विधायक आतंकी संगठन हमास का समर्थन कर रहे हैं. तारीफ कर रहे हैं. ऐसे विधायकों पर कार्रवाई होनी चाहिए. मुझे ऐसे विधायकों पर एक्शन लेना रहता तो जेल भेज देता. इन विधायकों को गाजा पट्टी भेज दिया जाए. मैं टिकट कटवा दूंगा.
विधायक संजीव कुमार ने कहा कि यह लोग भी वहां जाकर शहीद हो जाएं. कुछ पूर्व विधायकों की मौत हुई है. सदन में शोक प्रस्ताव के दौरान मौन के समय सीपीआईएमएल के विधायक हमास में जो आतंकी मारे गए उनका समर्थन कर रहे हैं. उनको श्रद्धांजलि देने की मांग कर रहे थे. उन आतंकियों के लिए शोक मना रहे थे. यह बहुत दुखद है. आज सुबह वाम दल के विधायक विधानसभा परिसर में हमास के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे थे. आखिर यह सब क्या चल रहा है?
हमास को बदनाम किया जा रहा: महबूब आलम
सीपीआईएमएल विधायक महबूब आलम ने कहा कि इजरायल के हमले में फिलिस्तीन के मासूम लोग मारे जा रहे हैं. अस्पताल, राहत शिविर केंद्र पर इजरायल बमबाजी कर रहा है. यह कब तक चलेगा? हमास को बदनाम किया जा रहा है. जेडीयू विधायक हम लोगों को नसीहत देने वाले कौन होते हैं? आज हम लोगों ने हमास के समर्थन में विधानसभा परिसर में प्रदर्शन किया.
महबूब आलम ने कहा कि विधानसभा में शोक प्रस्ताव के दौरान हम लोगों ने मांग की है कि फिलिस्तीन में जो लोग मारे गए उनके लिए भी शोक प्रस्ताव लाया जाए. यह सब करने में गलत क्या है? फिलिस्तीनियों का नरसंहार बंद हो.