राष्ट्रीय मुक्त विद्यात्रयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) और राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास (एनसीपीएसएल) शिक्षा मंत्रालय की स्वायत संस्थाएं हैं जो एक साथ मित्रकर सिंधी भाषा के लिए सामग्री निर्माण और प्रचार-प्रसार का कार्य कर रही हैं। इसी योजना के तहत आज 20 दिसम्बर, 2022 को विभिन्न स्तरों पर सिंधी भाषा के सामग्री निर्माण और प्रचार-प्रसार के
लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए एनआईओएस की अध्यक्ष प्रो. सरोज शर्मा ने बताया कि सिंधी त्रोग वाणिज्य-व्यापार और शिक्षा के क्षेत्र में बहुत समृद्ध है। उन्होंने सिंधी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए भविष्य में विभिन्न कार्यक्रम के आयोजन का सुझाव दिया और कहा कि पूरे विश्व से सिंधी प्रांत से सिंधी विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जाएगा। और साथ ही आधुनिक तकनीक के ज़रिए प्रचार किया जाना चाहिए ताकि आज की युवा पीढी इससे
लाभान्वित हो सके।
प्रो. (डॉ.) रवि प्रकाश टेकचंदानी, निदेशक, एनसीपीसएल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भाषा के संवर्धन के लिए नई शिक्षा नीति में जो प्रावधान किए गए है उनका लाभ उठाना चाहिए और सिंधी भाषा और साहित्य को समृद्ध करने की आवश्यकता है। यह भी बताया कि एनआईओएस के सहयोग से विद्याब्यी क्षेत्र में सिंधी का संवर्धन किया जा रहा है।
डॉ. राजीव कुमार सिंह, निदेशक (शैक्षिक), एनआईओएस ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कक्षा 1 से 8 तक सामग्री का निर्माण किया जा रहा है जिसका लाभ सिंधी समाज को व्यापक र्तर में मित्रेगा। यह भी बताया कि सिंधी को देश व्यापी स्तर पर प्रचारित करने की आवश्यकता है और एनआईओएस के विभिन्न कार्यक्रमों से अवगत करने की जरूरत है।