पश्चिमी दिल्ली के द्वारका इलाके में बाइक सवार युवकों ने स्कूली छात्रा पर तेजाब फेंक दिया। घटना आज सुबह तक़रीबन 9 बजे की है। पीड़ित छात्रा को सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया है। दिल्ली पुलिस के अधिकारी भी अस्पताल पहुंचे हैं। एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है। एक चिकित्सक ने कहा, “उसका चेहरा सात-आठ प्रतिशत तक झुलस गया है और आंखों पर भी असर हुआ है। उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया है और उसकी हालत स्थिर है।”
पुलिस के मुताबिक, पीएस मोहन गार्डन इलाके में एक छात्रा पर तेजाब फेंकने की घटना के संबंध में सुबह करीब नौ बजे पीसीआर कॉल आई। इसमें कहा गया था कि 17 साल की एक लड़की पर सुबह करीब साढ़े सात बजे बाइक सवार दो आरोपियों ने कथित तौर पर तेजाब जैसे किसी पदार्थ से हमला किया। घटना के वक्त वह लड़की अपनी छोटी बहन के साथ थी। उसने अपने परिचित दो लोगों पर शक जताया है। एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है और आगे की जांच चल रही है। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, छात्रा की हालत स्थिर है।
लड़की के पिता ने मीडिया को बताया कि बेटी की हालत गंभीर है। उन्होंने कहा, “मेरी बेटियां आज सुबह एक साथ बाहर निकली थीं। छोटी बेटी भागते हुए घर पर आई और उसने बताया कि 2 लड़के दीदी पर एसिड डालकर चले गए। उनके चेहरे भी ढके हुए हैं इसलिए कुछ पता नहीं चल पा रहा है। उसकी हालत अभी बहुत खराब है, उसके दोनों आंखों में एसिड चला गया है। उसने पहचान के 2 लोगों पर शक जाहिर किया है।”
एसिड अटैक पर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल का कहना है कि दिल्ली में सब्जियों की तरह बिक रहा एसिड। इस पर रोक लगाने के लिए कोर्ट जाएंगे। डीसीडब्ल्यू प्रमुख ने कहा, ‘‘आयोग ने कई नोटिस जारी किए, कई सिफारिशें कीं, लेकिन तेजाब की बिक्री जारी है। जैसे सब्जियां बिकती हैं, वैसे ही कोई भी तेजाब खरीदकर किसी लड़की पर फेंक सकता है। इस मुद्दे पर सरकारों क्यों आंख मूंदे हुए हैं? जब किसी लड़की पर तेजाब से हमला किया जाता है तो उसकी आत्मा जख्मी होती है और उसका जीवन बर्बाद हो जाता है।” उन्होंने कहा, ‘‘ हम तेजाब की बिक्री के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे।”