हेमंत सोरेन के ईडी दफ्तर जाने के पहले सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल विभिन्न दलों के नेता, मंत्री और विधायक भी सीएम आवास पहुंचे। सभी नेताओं के चेहरे पर चिंता के भाव थे, खुद झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के चेहरे पर भी सवाल जवाब के बाद का तनाव साफ झलक रहा था। ईडी दफ्तर जाने के पहले सीएम हेमंत सोरेन ने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान देशभर के मीडिया संस्थानों से पत्रकार और फोटोग्राफर सीएम आवास पहुंचे थे। उस समय सीएम सोरेन आत्मविश्वास से भरे हुए नजर आये थे। इसी पर बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे ने ट्वीट कर कहा- सूचना अनुसार ईडी के सवालों से मुख्यमंत्री घबराहट में हैं, संपत्ति के हिसाब की जानकारी नहीं पा रहे हैं?’ एक अन्य ट्वीट में निशिकांत दूबे ने लिखा है- ‘ झारखंड माइनिंग माफिया पार्टी यानी जेएमएम, इनके नेतृत्व में खनन माफिया खुले में घूम रहें हैं। जो खनन माफिया राज्य को लूट खा रहें है, उन पर लगाम राज्य सरकार नहीं लगा सकी है, अब इस विफल सरकार पर लगाम यहां की जनता लगाएगी। 3 साल झारखंड बेहाल, मुख्यमंत्री जी और कुनबा हुए मालामाल।’
इधर ED की पूछताछ से पहले सोरेन ने ED, केंद्र सरकार और राज्यपाल को घेरा है। सोरेन ने अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि ऐसे समन भेजे जा रहे हैं। जैसे मैं देश छोड़ने वाला हूं। सोरेन ने केंद्र पर सरकार को गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। राज्यपाल को घेरते हुए उन्होंने कहा कि वो साजिश रचने वालों का साथ दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने पूरे मामले में राज्यपाल रमेश बैस की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की ओर से भेजी गई चिट्ठी पर राज्यपाल अब तक मौन हैं। कई बार बोलने पर ही इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। मुझे मीडिया के हवाले से पता चलता है कि उन्होंने इस पर दोबारा राय मांगी है। CM ने राज्यपाल पर सरकार के खिलाफ साजिश करने वालों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है।