उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे लाइन पर बीती रात ब्लास्ट होने से दहशत का माहौल बन गया। बताया जा रहा है की ये वही ट्रैक है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद 13 दिन पहले हरी झंडी दिखाई थी। ऐसा आभास हो रहा है की रेलवे ट्रैक को उखाड़ने के प्रयास में ब्लास्ट किया गया है। ब्लास्ट वाली जगह से मौके पर बारूद भी मिला है। दरअसल घटनास्थल के आसपास माइनिंग एरिया भी है। पुलिस और रेलवे अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। घटना स्थल के दोनों ओर से ट्रेन की आवाजही बंद है।
ग्रामीणों ने विस्फोट की आवाज सुनी
बताया गया कि ग्रामीणों ने बीती रात विस्फोट की आवाज सुनी थी। आज सुबह जब कुछ ग्रामीण ओड़ा पुल से गुजर रहे थे, तब उन्होंने हालात देखकर पुलिस को सूचित किया था। जानकारी मिलते ही उदयपुर के संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट, उदयपुर जिला कलक्टर ताराचंद मीणा, पूलिस अधीक्षक विकास शर्मा, रेलवे के ऐरिया मैनेजर बदरी प्रसाद सहित कई आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने कहा- डेटोनेटर से पुल को उड़ाने की साजिश सामने आई है। उदयपुर एसपी विकास शर्मा ने कहा कि शुरुआत में तो यह लग रहा है कि पूरी तरह प्लानिंग कर ब्लास्ट किया गया है। डेटोनेटर सुपर 90 श्रेणी का है। बम स्क्वॉड और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पहुंचकर सबूत जुटाए हैं। घटनास्थल पर राजस्थान पुलिस की एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड भी पहुंच गई है।
पीएम मोदी ने इस ट्रेक का किया था उद्घाटन
इधर, इसी मार्ग पर चलने वाली असरवा से उदयपुर आने वाली ट्रेन पर रोक लगा दी गई है। कई और ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। ये भी बताया जा रहा है कि बदमाशों की इस करतूत के बाद ग्रामीणों के सतर्क होने से बड़े हादसे की आशंका टल गई है। अभी 31 अक्टूबर से ही रेल लाइन शुरू हुई है। जिसका असरवा से पीएम मोदी ने उद्घाटन किया था। इसके बाद से ही यह ट्रैक सुर्खियों में है। एक नवंबर 2022 को जब प्रधानमंत्री मोदी बांसवाड़ा के मानगढ़ आए थे, तब भी उन्होंने अपने भाषण में इस रेलवे लाइन के महत्व के बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि उदयपुर और इसके आसपास के जिलों के लोगों के लिए गुजरात आने-जाने की सहूलियत तो होगी ही, इसके साथ ही यह लाइन इस इलाके में औद्योगिक विकास को गति देगी।