उत्तर प्रदेश, तरकस ब्यूरो: लोक साहित्य संस्कृति समिति खेकड़ा द्वारा उत्तर प्रदेश के बागपत में कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह के आयोजन की अध्यक्षत गजेंद्र कौशिक गजानन ने की मुख्य अतिथि धर्म सिंह एसडीओ दिल्ली की गरिमामय उपस्थिति में विशिष्ट अतिथि निशांत नैन अधिवक्ता का सम्मान किया गया। संचालन कश्यप राजेश राज द्वारा किया गया। इस अवसर पर पधारे हुए कवियों ने अपना काव्य पाठ किया। दी गई प्रस्तुति इस प्रकार है।
तुम समझो भावना हमारी ।
हमने तुम्हारी आरती उतारी।।
उगता हुआ सूरज ने हारा करो।
कुछ दोषअपने भी सवांरा करो।
-कवि-मयंक कौशिक
मत चुभो किसी की आंखों में शूल की तरह।
रहते रहो किसी के दिल में फूल की तरह।
लोग करेंगे तुम्हारे चमत्कार को नमस्कार।
ऐसे ही निकलते रहो सूरज की तरह।।
-कवि गजेंद्र कौशिक ‘गजानन’
काम अच्छा कर चलो,
ये जिंदगानी आपकी।
लोग भी सीखें सबक,
सुनकर कहानी आपकी।।
-कवि-सहंसर पाल धामा
कार्तिक अमावस्या में दीप जले।
सबको रोटी सबको दाल मिले।।
-कवि-अनित शर्मा
हटाओ चाइना की दीप,
माटी के दीप घर लाओ।
गरीबों की दिवाली हो,
यही अरमा हमारे हैं,
जलाओ दीप घर-घर में,
मेरे श्रीराम आए हैं।।
-कवि-कश्यप राजेश राज
आज बताओ हमें गुरुजी,
कैसे होता सूर्य ग्रहण।
सूरज पर चंदा की छाया ही होता है सूर्य ग्रहण।।
-निशांत नैन ‘अधिवक्ता’
पटाखों की दुकान से हाथ में
कुछ सिक्के गिनते उसे देखा।
गरीब बच्चे की आंखों में
दीपावली को मरते देखा।।
-परीक्षित शर्मा ‘अधिवक्ता’
इस अवसर पर सूर्य प्रकाश शर्मा जगत कौशिक विजय मयंक शौकत शिवम कश्यप सेंसर पाल आदि श्रोताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।