NIA ने उत्तर भारत में करीब 50 लोकेशन पर छापेमारी की है। ये छापेमारी दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, यूपी, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में गैंगेस्टरों पर की गई है। दरअसल इन लोगों के ठिकाने, करीबी लोग और अन्य जानकारियां जांच के दायरे में थीं। बता दें कि इन लोगों की संपत्ति भी कुर्क हो सकती है। मिली जानकारी के मुताबिक, हरियाणा के 10 जिलों और पंजाब के 3 से 4 जिलों में एनआईए की रेड चल रही है। कहा जा रहा है कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और बंबीहा ग्रुप के सदस्य इस छापेमारी के दौरान निशाने पर हैं। सूत्रो की माने तो एनआईए की टीम ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके साथ जुड़ी अन्य गैंग के बदमाशों के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की है। इसके साथ ही राजस्थान में फरारी काट रहे हरियाणा, पंजाब, उत्तरप्रदेश औऱ अन्य राज्यों के बदमाशों व उनकी गैंग पर कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कि इस कार्रवाई के दौरान स्थानीय पुलिस को भी एनआईए की टीम ने अपने साथ लिया है। हालांकि, पुलिस ने इस संबंध में किसी तरह का आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
मेवात में बनने वाले हथियार लॉरेंस गैंग को भी सप्लाई किए जाते थे
राजस्थान में भरतपुर जिले के मेवात इलाके में NIA की टीम ने कई गांव में दबिश दी। NIA की टीम के साथ स्थानीय पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि NIA की टीम अवैध हथियार बनाने वालों बदमाशों की तलाश कर रही है। मेवात इलाके में बड़े पैमाने पर अवैध हथियारों की फैक्ट्रियां हैं जहां से हथियार बनाकर बड़े-बड़े गैंगस्टर को सप्लाई किए जाते हैं।वहीं यह भी माना जा रहा है कि मेवात इलाके के हथियार तस्कर लॉरेंस विश्नोई की गैंग को हथियार सप्लाई करते हैं। मेवात इलाके में ठगी के अलावा बड़े पैमाने पर अवैध हथियारों का व्यापार होता है। मेवात के पहाड़ों में बदमाशों ने टैंट लगाकर छोटी-छोटी फैक्ट्रियां बनाई हुई हैं। जहां वह हथियार बनाते हैं और बड़े-बड़े गैंगस्टर को सप्लाई करते हैं।बताया जा रहा है कि, मेवात इलाके में बनने वाले हथियार लॉरेंस गैंग को भी सप्लाई किए जाते थे। लॉरेंस काफी समय सेवर जेल में भी रहा इसलिए उसके संपर्क में यहां के कुछ बदमाश भी आ गए, जो बड़े पैमाने पर अवैध हथियारों का व्यापार करते थे। अवैध हथियार बनाकर उनकी तस्करी करने वाले बदमाशों को पकड़ने के लिए NIA की टीम हरियाणा बॉर्डर से सटे गांवों में दबिश दे रही है। हालांकि अभी तक NIA की टीम के अधिकारी कुछ भी बताने को तैयार नहीं हैं।