मॉस्को से दिल्ली आ रही फ्लाइट संख्या एसयू 232 में कल देर रात बम होने की सूचना मिली। आज सुबह लगभग 3.20 बजे यह विमान आईजीआई के रनवे संख्या 29 पर उतरा। जहां फ्लाइट से 386 यात्री और 16 क्रू मेंबर को उतारा गया। इसके बाद विमान की जांच की गई जिसमे कुछ संदिग्ध नहीं मिला है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि विमान की जांच और तहकीकात की गई जिसमे कुछ नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि विमान को अलग-थलग खड़ा कर दिया गया है।
मानसिक बीमार है बम की फर्जी खबर देने वाला
सूत्रों के मुताबिक, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के कंट्रोल रूम की सोशल मीडिया साइट पर कल देर रात 11 बजे रूस से आ रहे विमान में बम की सूचना मिली थी। हालांकि, पुलिस का कहना है कि फ्लाइट में बम होने की जानकारी सीआईएसएफ को ईमेल के जरिए मिली। मामले की गंभीरता को देखते हुए आनन-फानन में दिल्ली पुलिस और तमाम सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी फ्लाइट पर पहुंचे। पूरी फ्लाइट की तलाशी ली गई, पता चला कि फ्लाइट में बैठे 22 साल के आकाशदीप ने ही बम होने की फर्जी सूचना दी थी। पुलिस के मुताबिक, आकाशदीप की मानसिक हालत ठीक नहीं थी। उसकी मेडिकल जाँच के बाद आगे की कार्रवाई की गई।
पिछले हफ्ते भी हुई थी ऐसी ही घटना
इससे पहले पिछले हफ्ते ही डीजीसीए को ईरान से चीन जा रही एक फ्लाइट में भी बम होने की सूचना मिली थी। तब भारत की तरफ से एहतियात बरतते हुए ईरान की महान एयर की इस फ्लाइट को जयपुर में लैंड करने की पेशकश की गई थी। वायुसेना ने फ्लाइट को लैंड कराने के लिए सुखोई लड़ाकू विमान भी भेजे थे। हालांकि, बाद में इस फ्लाइट में बम की सूचना झूठी साबित हुई थी।