पचास हजार रुपये के इनामी खनन माफिया की गिरफ्तारी के लिए ऊधम सिंह नगर में कल शाम हुए सनसनीखेज घटना को लेकर पूरे काशीपुर में माहौल तनावपूर्ण हो गया है। सादी वर्दी में पहुंचे खुद को यूपी एसओजी की टीम बताने वाले पुलिस कर्मियों और ग्रामीणों के बीच जमकर गोलीबारी हुई। दोनों तरफ से हुई लगातार फायरिंग में जसपुर के ज्येष्ठ उपप्रमुख गुरताज सिंह भुल्लर की 28 साल की पत्नी गुरजीत कौर की मौत हो गई और छह पुलिसकर्मी घायल हो गए। मिली जानकारी के मुताबिक, मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा से यूपी एसओजी की यह टीम जफर नाम के एक डंपर चालक की तलाश में यहां पहुंची थी। यह डंपर चालक खनन माफिया से जुड़ा हुआ है। पुलिस टीम चालक को तलाशते हुए ज्येष्ठ प्रमुख गुरताज भुल्लर के घर पहुंच गई। हाथों में पिस्टल लेकर 10 से 12 लोगों के पहुंचने से हड़कंप मच गया। इसी दौरान डंपर चालक के बारे में पूछताछ करने के दौरान एसओजी की टीम से कहासुनी शुरू हो गई। मुरादाबाद के डीआईजी शलभ माथुर के अनुसार, ग्रामीणों ने पुलिस टीम को बंधक बना लिया और फायरिंग की। गोली लगने से दो और संघर्ष में चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। ग्रामीणों का आरोप है कि यूपी पुलिस की फायरिंग में ड्यूटी कर घर लौट रही गुरजीत को गोली लग गई। उसे निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां मृत घोषित कर दिया गया। वहीं, यूपी पुलिस के पांच जवान भी इस दौरान घायल हुए। इससे भड़के करीब 400 ग्रामीणों ने फोरलेन जाम कर दिया। वे पुलिसवालों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। तनाव के मद्देनजर ऊधमसिंह नगर और नैनीताल जिले की पुलिस फोर्स मौके पर बुला ली गई। इस दौरान गुस्साए लोगों की अफसरों से तीखी झड़प हुई। देर रात तक ग्रामीण धरने पर बैठे थे। फ़िलहाल भुल्लर की तहरीर पर कुंडा पुलिस ने यूपी पुलिस के 10-12 जवानों पर हत्या का केस दर्ज किया है जिसके बाद इन सभी पर करवाई की जा रही है।