बच्चों में लंबाई बढ़ाने के टिप्स
बैलेंस डाइट अपनाएं-
टीओआई के मुताबिक अगर बच्चों को संतुलित डाइट दी जाए तो टीनएज के बाद भी कुछ हद तक लंबाई बढ़ सकती है. इसलिए बच्चों की डाइट में विटामिन और मिनिरल्स से भरपूर चीजों को शामिल करें. इससे अन्य तरह की क्रोनिक बीमारियां भी नहीं होगी. रिपोर्ट के मुताबिक बच्चों की डाइट में ताजा फल, हरी पत्तीदार सब्जियां, साबुत अनाज और डेयरी प्रोडक्ट को शामिल करने से बच्चों की लंबाई बढ़ती है. कैल्शियम और विटामिन डी बच्चों की हड्डी को मजबूत करता है.
एक्सरसाइज
-आजकल के बच्चे आउटडोर गेम पर कम ध्यान देते हैं. इसलिए जितना संभव हो सके बच्चों को खेल-कूद के लिए प्रोत्साहित करें. बच्चे अगर थोड़े बड़े हो जाए और कद नहीं बढ़ रहा है कि प्रशिक्षित ट्रेनर की देखरेख में एक्सरसाइज करवाएं. इससे हड्डियां और मसल्स मजबूत होंगे. हाइट कम होने पर 15 साल के बाद भी एक्सरसाइज से लंबाई बढ़ सकती है.
सही पॉश्चर-
अगर आप कमर और गर्दन झुका कर रहते हैं तो 3 से 4 इंच की लंबाई वैसे ही कम हो जाती है. अगर आपका पॉश्चर हमेशा खराब रहता है तो इससे काफी नुकसान हो सकता है. इससे कमर और गर्दन में दर्द होने लगता है. इसलिए पॉश्चर सही होना जरूरी है. लेपटॉप पर ज्यादा देर तक काम करते हैं तो चेयर के पीछे पिल्लो जरूरी लगाएं. हमेशा कमर और गर्दन सीधी कर के रखें.
अच्छी नींद-
बच्चों की लंबाई के लिए अच्छी नींद भी बहुत जरूरी है. किशोरावस्था में नींद के दौरान ही ह्यूमेन ग्रोथ हार्मोन रिलीज होता है. लंबाई के लिए यही हार्मोन जिम्मेदार होता है लेकिन यह हार्मोन सिर्फ नींद के दौरान ही रिलीज होता है. इसलिए पर्याप्त नींद जरूरी है. ऐसे में किशोरावस्था में रात में स्क्रीन टाइम घटाएं और दिन में फिजिकल वर्क पर ज्यादा ध्यान दें.
सप्लीमेंट-वैसे तो अगर सही आहार देंगे तो सभी तरह के विटामिन और मिनिरल्स की पूर्ति हो ही जाएगी लेकिन कभी-कभी भोजन ही पर्याप्त नहीं होता है. बच्चों की लंबाई के लिए विटामिन डी और कैल्शियम महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.